BY: RAVI BHUTDA
बालोद: जिला प्रशासन के नाक के नीचे जिला मुख्यालय सहित ग्राम झलमला, सिवनी, देवारभाट, पाकुरभाट, जगतरा में धड़ल्ले से भू-माफियाओं द्वारा कृषि भूमि पर अवैध प्लाटिंग की जा रही हैं। भू-माफियाओं द्वारा सारे नियम कायदों को ताक में रख एवं कॉलोनाइजर एक्ट के उलंघन कर अवैध रूप से प्लाटिंग की जा रही है। इतना ही नही कुछ भू-माफियाओं द्वारा तो आदिवासियों से सस्ते दामों में कृषि जमीन खरीद उसमे भी अवैध रूप से प्लाटिंग की जा रही हैं और ऊंचे दामों में बेचा जा रहा है। कृषि भूमि पर अवैध प्लाटिंग का खेल जिला बनने के बाद से चला आ रहा है। प्लाटिंग होने के बाद फिर डायवर्शन का खेल चलता हैं। बालोद जिला मुख्यालय में रेलवे कॉलोनी, आमापारा, शिकारी पारा, हीरापुर रोड़, में कृषि भूमि पर सारे नियम कायदों को ताक में रख प्लाटिंग की गई हैं। मामले में एसडीएम सिल्ली थॉमस ने बताया कि जमीन की नकल पर पर रजिस्ट्री पर रोक लगाई गई है। लेकिन आपको बता दे कि सिर्फ स्टाम्प पेपर में खरीदी बिक्री का खेल चालू है। स्टाम्प पेपर में ही लिखा पढ़ी कर जमीनों की बिक्री की जा रही है। जमीन के इस खेल में कई लोग ठगी का शिकार भी हुए है। लेकिन आज तलक प्रशासन ने भू माफियाओ के ऊपर बड़ी कार्यवाही नही की है। बहरहाल देखना होगा कि इस खबर के बाद प्रशासन अवैध प्लाटिंग पर किस तरह नकेल कसता है और भू माफियाओ पर क्या कार्यवाही करता है।