
बचेली: एनएमडीसी बालिका शिक्षा योजना के 2019 और 2020 बैच की छात्राओं ने आज हैदराबाद में अपना जी.एन.एम और बी.एससी (नर्सिंग) प्रमाण पत्र प्राप्त किया। कार्यक्रम के दौरान एनएमडीसी के वरिष्ठ अधिकारीयों की उपस्थिति में हरि हर कला भवन, सिकंदराबाद में आयोजित दीक्षांत समारोह के दौरान दो बैच के कुल 80 छात्राओं को सम्मानित किया गया।
एनएमडीसी ने 2011-12 से छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग की आदिवासी छात्राओं को अपोलो इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग,हैदराबाद में नर्सिंग कोर्स करने के लिए प्रायोजित करने के लिए बालिका शिक्षा योजना चला रही है। इस योजना के तहत पछले एक दशक से हर वर्ष बीपीएल आदिवासी बस्तर संभाग के 40 गरीब छात्राओं को अपने नर्सिंग पाठ्यक्रम को पूूरा करने के लिए प्रायोजित किया जाता है। इस पहल के अंतर्गत अब तक बस्तर, छत्तीसगढ़ में लग-भग 400 बीपीएल श्रेणी की आदिवासी छात्राओं को लाभन्वित किया है। प्रशिक्षण पूरा होने पर, इन छात्राओं को देश भर में अनेक राज्य सरकारों के और काॅर्पोरेट अस्पतालों में भर्ती हो रही है। इस योजना ने न केवल बस्तर में रहने वाली युवतियों का रोल माॅडल बनाया है, बल्कि बस्तर संभाग के आकांक्षी जिलों में स्वस्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों का भी समर्थन किया है।
शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में एनएमडीसी के सीएसआर कार्यों ने हमारे देश के सुदूरवर्ती क्षेत्रों के छात्राओं के सपनों को पूरा करने के लिए सशक्त बनाया है। छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए एनएमडीसी के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक सुमित देब ने कहा, देश की स्वास्थ्य सेवाओं में शामिल होने की जनजातीय छात्राओं की यात्रा में योगदान देना एनएमडीसी के लिए गर्व की बात है। मुझे आशा है कि ये युवा महिलाएं अपने वरिष्ठ साथियों की भांति अपने समुदायों में परिवर्तन का कारक बनेंगी।