BY: RAVI BHUTDA
बालोद: मौजूदा लॉकडाउन के दौरान जहां एक तरफ जिला प्रशासन ने कोरोना से सावधानी बरतने एवं इससे बचाव के लिए 1 अगस्त से लॉक डाउन की घोषणा की है। वही आगामी त्यौहारों को देखते हुए 30 और 31 जुलाई को सुबह 7 से दोपहर 4 बजे तक जारी एडवायजरी को पालन करते हुए बाजार को खोलने की अनुमति प्रदान की है। वहीं दूसरी तरफ़ कोरोना काल का सबसे जिम्मेदार यातायात विभाग कोरोना काल के नियम कायदों की धज्जियां उड़ा रहा हैं। जिला मुख्यालय से लगे ग्राम सिवनी में संचालित एक ढ़ाबा रात 9 बजे तक संचालित रहा। जहां कई दुपहिया वाहन सहित यातायात विभाग का एक वाहन वहां पर खड़ा हुआ था। जानकारी लगने पर पता चला कि यातायात के कुछ कर्मी वहां पर मुर्गा पार्टी कर रहे थे। लेकिन सबसे बड़ी बात यह नजर आई कि जहां 30 और 31 जुलाई तक सुबह 7 बजे से दोपहर 4 बजे तक त्योहारों के मद्देनजर दुकान खोलने की अनुमति जिला प्रशासन के द्वारा दी गई है। वहीं दूसरी ओर सारे नियम कायदों की धज्जियां उड़ाते हुए ढाबे के संचालक के द्वारा एवं जिले के सबसे जिम्मेदार यातायात विभाग के द्वारा कलेक्टर के आदेशों का माहौल बनाया जा है। जिस दृश्य को ghumtiduniya. ने अपने कैमरे में कैद किया। वही जब मामले की जानकारी यातायात प्रभारी श्री सिन्हा से ली गई तो उन्होंने कहा कि मुझे झलमला में छोड़ कर वाहन बालोद की तरफ़ निकल गई थी। अब मुझे नही पता कि वाहन कहा और क्यो खड़ी है। मैं दिखवाता हूं। मामले में सबसे बड़ी बात यह कि जहां त्यौहार के मद्देनजर 30 और 31 जुलाई तक दुकानो को खोलने की छूट दी गई है, वही दूसरी ओर जिला मुख्यालय से लगे सिवनी स्त्तिथ ढ़ाबा रात 8 बजे के बाद भी क्यो संचालित था….? जबकि उक्त निर्देश व आदेश जिला मुख्यालय से लगे ग्राम सिवनी व झलमला के लिए भी लागू हैं…!! अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस अधीक्षक मामले में क्या कार्यवाही करते हैं।