BY: RAVI BHUTDA
बालोद: 74वें स्वतंत्रता दिवस को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर मंडल के विभिन्न स्थानों पर स्थित कार्यालयों में पारंपरिक रूप से एवं हर्षोल्लास किया के साथ मनाया गया। 74वां स्वतंत्रता दिवस को यादगार एवं इतिहासिक रूप में याद किया जायेगा। शनिवार को रायपुर मंडल के दुर्ग, बालोद स्टेशन पर राष्ट्रीय एकता का प्रतीक 100 फ़ीट ऊँचे राष्ट्रध्वज का ध्वजारोहण किया गया। दुर्ग स्टेशन पर सांसद सुश्री सरोज पाण्डे द्वारा ध्वजारोहण किया गया। इस कार्यक्रम के अवसर पर सम्मानीय अतिथि सांसद विजय बघेल, विधायक अरुण वोरा सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। बालोद स्टेशन पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम माननीय सांसद मोहन मंडावी द्वारा से ध्वजारोहण किया गया। अतिथि विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा, बालोद नपाध्यक्ष विकास चोपड़ा एवं मंडल रेल प्रबंधक श्याम सुंदर गुप्ता सहित रेलवे अधिकारी गण ऑन लाइन उपस्थित रहे। दुर्ग एवं बालोद जनप्रतिनिधियों ने उनके क्षेत्राधिकार में 100 फ़ीट ऊँचे राष्ट्रध्वज लगाने के लिये रेल प्रशासन की प्रशंसा की एवं उनके शहर की सुन्दरता बढने के साथ छत्तीसगढ़ राज्य एवं देश के लिये गौरान्वित होने की बात कही।रायपुर मंडल में 100 फ़ीट ऊँचे राष्ट्रध्वज का ध्वजारोहण 2018 में रायपुर रेलवे स्टेशन परिसर में किया गया था। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए स्वतंत्रता दिवस के इस पावन अवसर पर शनिवार को दुर्ग और बालोद स्टेशन परिसर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 100 फ़ीट ऊंचे स्तंभ पर 20×30 फ़ीट का राष्ट्रीय ध्वज का ध्वजारोहण किया गया। ध्वजारोहण के दौरान रेलवे सुरक्षा बल के सदस्यों ने सुमधुर धुन के साथ ध्वजारोहण स्तंभ के शीर्ष तक राष्ट्रीय ध्वज का आरोहण कराया एवं इस अवसर पर राष्ट्गान एवं ओजस्वी भाव से मौजूद लोगों ने देशभक्ति के नारे लगाए। बालोद स्टेशन दुर्ग– दल्लीराजहरा–रावघाट परियोजना का प्रमुख स्टेशन है। इस परियोजना का निरंतर विस्तार हो रहा है। बालोद स्टेशन पर्यटन और व्यापारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। जिला मुख्यालय होने से प्रसाशनिक गतिविधिया होने के कारण एवं कांकेर क्षेत्र के आस पास के लोगो के लिये आवागमन की सुविधा, बालोद स्टेशन से राजधानी रायपुर से सीधा रेलमार्ग से जुड़ा है। राष्ट्रीय एकता का प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज स्टेशन परिसर में लगने से स्टेशन की सुन्दरता बढ़ने के साथ बालोद स्टेशन भी 100 फीट ऊँचे ध्वज लगने वाले स्टेशनों में शामिल हो गया है। बालोद शहर को नई पहचान मिली है।