चित्रभूषण श्रीवास्तव ‘विदग्घ ‘
A – 233, ओल्ड- मिनाल , भोपाल
कर्मचारी और पेंशनरो दोनों के सब परिवार
नित बढ़ती मंहगाई की झेल रहे हैं मार
राहत की हुई घोषणा पर न दिखा व्यवहार
कर के भी कई वायदे चुप क्यों है सरकार ?
42% दे रही है भारत सरकार
38% भी है यहाँ पाँच माह से उधार
देय राशि और तिथि का भी यहाँ न सोच विचार
करते रहते हैं दुःखी बारंबार गुहार
हर जनवरी जुलाई में मार्केट के अनुसार
राहत राशि बढ़ा रही है भारत सरकार
म.प्र. में तिथि का कोई नहीं निर्धार
दिखता है प्रचलित यहाँ मनमाना व्यवहार
म.प्र. में पेंशनरों की कहीं न पूँछ -पुकार
जब समझा कुछ दे दिया पिछला गये डकार
आवश्यक है हकदार से सरल एक व्यवहार
न्याय करे सरकार झट कर के सोच-विचार
कुछ मतदाता पा रहे बिन मांगे उपहार
सेवक सारे , पेंशनर भी तो हैं हक दार
उचित नहीं शासन का मन-माना व्यवहार समझदार शासन सदा होता सहज उदार…