BY: एजेंसी
कोदवा: कोदवा अंचल के ग्राम पंचायत सरपंच व बेरला मण्डल अध्यक्ष बलराम पटेल ने गत दिनों ग्राम के ही भारत पटेल व पूर्व सरपंच पति रामस्वरूप वर्मा के आरोपो पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।जिसमे सत्तापक्ष पर जनता की असल मुद्दों से भटकाने की कोशिश करार दिया है।
गौरतलब हो कि कुछ दिनों पूर्व ग्राम सूरजपुरा में हुए बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा के भूमिपूजन कार्यक्रम में स्थानीय सरपंच के साथ भेदभाव का मामला काफी गरमाया था।जिसके बाद जनता में मची किरकिरी के बीच विधायक जी के पक्ष को ध्यान में रखते ग्राम सूरजपुरा के भारत पटेल द्वारा मामले में सफाई देते हुए कुछ आरोपों के साथ वक्तव्य जारी की गई थी।ज़िस पर अब ग्राम के सरपँच व बेरला मण्डल अध्यक्ष बलराम पटेल ने अपना स्प्ष्ट प्रतिक्रिया दी है।जिसके मुताबिक बताया कि ग्राम पंचायत में भूमिपूजन एवं लोकार्पण कार्यक्रम में अतिथि चयन का अधिकार पंचायत का होता है।जबकि ग्राम पंचायत क्षेत्र में किसी भी विभाग द्वारा किसी भी कार्यक्रम में ग्राम पंचायत सरपंच का अतिथि व आमन्त्रण होना अनिवार्य है।जो संविधान व प्रोटोकॉल के नियम तहत है।दूसरी बात ग्राम पंचायत के प्रस्तावित गौठान की स्वीकृति पूर्व सरपंच शैलू रामस्वरूप वर्मा जी के कार्यकाल में हुई एवं उन्ही के कार्यकाल में जिला पंचायत के तत्कालीन सीईओ द्वारा निरस्त भी कर दी गयी।क्योंकि जानकारी के मुताबिक प्रस्तावित घास जमीन खसरा नम्बर 550/1 में भारत पटेल काबिज है।जिसके चलते आजतक गौठान कार्य योजना अमल नही हो पाया।इस सम्बंध में पूर्व सरपंच द्वारा सीमांकन आवेदन दिए जाने पर तहसीलदार के आदेश पर आरआई व पटवारी ने सीमांकन में पाया कि खसरा नम्बर 550/1 भारत पटेल की जमीन सरकारी है।जिस नम्बर पर पंचायत द्वारा गौठान निर्माण हेतु प्रस्ताव पारित हुआ है।उक्त मकान के सम्बंध में तहसीलदार द्वारा पूर्व में बेदखली वारंट भी जारी किया गया था।ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत द्वारा खसरा नम्बर 550/1 में निर्मित सीसी रोड को भी भारत पटेल के द्वारा कब्ज़ा कर लिया गया है।इसके अलावा भारत पटेल के रिश्तेदारों द्वारा कुछ शासकीय जमीन पर अतिक्रमण कर मकान एवं व्यावसायिक दुकान बनाये जाने का गम्भीर मामला है।
उल्लेखनीय है कि बेरला विकासखण्ड इन दिनों जितने भी विकास कार्य हो रहे है, उसमे गुणवत्ता को लेकर काफी शिकायते सामने आ रही है।इसके अलावा गौठान, चारागाह व पशुधन सुरक्षा समेत रोका छेका अभियान, नरवा-गरवा-घुरूवा जैसे सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बेरला क्षेत्र में दम तोड़ रही है।क्षेत्र में शराबबंदी के बजाए शराबखोरी को बढ़ावा दिया जा रहा है।वही भाजपा जनप्रतिनिधियों व सरपंचों के साथ दुर्व्यवहार व बदलापुर वाली की राजनीति भी हो रही है।फलस्वरूप देखा जाए तो बेरला विकासखण्ड में जनता के असल मुद्दे कई है, जिनसे भटकाने का प्रयास भारत पटेल के माध्यम से सत्तापक्ष द्वारा किया जा रहा है।फिलहाल बयानबाज़ी व राजनीति के बजाए बेहतर होता जनता के हित व लोककल्याण कार्यों की गुणवत्ता व महत्व पर ध्यान दिया जाए।