BY: एजेंसी
नईदिल्ली : रेलवे ने 12 सितंबर से 80 (40 जोड़ी) नई स्पेशल ट्रेनें चलाने का ऐलान किया है। इसके लिए 10 सितंबर से रिजर्वेशन शुरू होंगे। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने शनिवार को ये जानकारी दी। यादव ने ये भी कहा कि हम लगातार इस बात पर नजर रख रहे हैं कि किन ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट लंबी है। जिस भी ट्रेन में ऐसा होगा, उसके लिए एक और ( इसे क्लोन ट्रेन नाम दिया है) ट्रेन चलाई जाएगी। ये क्लोन ट्रेन, एक्चुअल ट्रेन से पहले चलेगी, ताकि ज्यादातर यात्रियों को जगह मिल सके। जिन राज्यों से परीक्षाओं या अन्य किसी चीज के लिए ट्रेन चलाने की मांग होगी, उसे भी पूरा किया जाएगा।
रेल मंत्रालय ने पहले कई श्रमिक स्पेशल ट्रेन सेवाओं के साथ-साथ आईआरसीटीसी स्पेशल ट्रेन सेवाओं की शुरुआत की थी। कोरोना महामारी के कारण इस समय सभी यात्री ट्रेन सेवाएं निलंबित हैं। अभी देश में 230 स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। 29 अगस्त को अनलॉक-4 की गाइडलाइन जारी होने के तीन दिन बाद भारतीय रेलवे ने कहा था कि रेलवे आने वाले दिनों में 100 और ट्रेनें चलाने की योजना पर काम कर रहा है। कोरोनावायरस और लॉकडाउन के चलते रेलवे ने 25 मार्च से ही सभी पैसेंजर, मेल और एक्सप्रेस ट्रेन सर्विस को रद्द कर दिया था।
चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने बताया, ‘रेलवे 1 लाख 40 हजार 640 पदों टेक्नीकल-नॉन टेक्नीकल ग्रेड के लिए परीक्षाएं आयोजित कर रहा है। ये कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट होगा। रेलवे ये परीक्षाएं 15 दिसंबर से कराएगा। इसके लिए 2 करोड़ 42 लाख आवेदन मिले हैं। इनकी स्क्रूटनी कर ली गई है। शेड्यूल जल्द जारी किया जाएगा।’
रेलवे ने श्रमिकों के लिए 1 मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई थीं। इनके जरिए देश भर के श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचाया गया था। रेलवे ने बताया था कि श्रमिक ट्रेनों का 85% खर्च केंद्र ने उठाया। 15% खर्च किराए के रूप में राज्यों ने वहन किया।
रेलवे ने 12 मई से 15 जोड़ी एयर कंडीशन ट्रेनें और 1 जून से 100 जोड़ी टाइम टेबल्ड ट्रेनें चलाने का फैसला किया था। पिछले हफ्ते ही केंद्र ने 7 सितंबर से मेट्रो सर्विस शुरू करने की इजाजत दी थी। जल्द ही स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से स्टैंडर्ड ऑफ प्रोसीजर (एसओपी) भी जारी की जाएगी, जिसमें मेट्रो ट्रेन को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।