BY: RAVI BHUTDA
बालोद: शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के तहत खरीदे गए गोबर से तैयार वर्मी कम्पोस्ट का विक्रय मंगलवार को कलेक्टर जनमेजय महोबे की उपस्थिति में डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम साल्हे के आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के माध्यम से शुरू हुआ। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी लोकेश कुमार चन्द्राकर इस अवसर पर मौजूद थे। ग्राम साल्हे के दस किसानों ने आदिम जाति सेवा सहकारी समिति से 8 रूपए प्रति किलोग्राम की दर से वर्मी कम्पोस्ट के तीस-तीस किलोग्राम के दो-दो पैकेट खरीदें। किसानों ने कलेक्टर को प्रसन्नतापूर्वक बताया कि वे सब्जी, भाजी तथा रबी फसलों के लिए अपने खेतों में वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करेंगे। कलेक्टर श्री महोबे ने किसानों से चर्चा की और उन्हें वर्मी कम्पोस्ट के फायदे बताए। उन्होंने कहा कि वर्मी कम्पोस्ट गुणवत्तापूर्ण खाद है। इससे मिट्टी की उपजाऊ एवं उर्वरा शक्ति बढ़ती है तथा फसलों के गुणवत्ता में भी सुधार होता है। कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा सब्जी फसल, दलहन, तिलहन और धान की फसल में क्षेत्रफल के अनुसार खाद की आवश्यकता की जानकारी से किसानों को अवगत कराया गया। कलेक्टर ने वहाॅ स्वसहायता समूह के सदस्यों से भी चर्चा की। समूह की सदस्यों ने कलेक्टर को बताया कि उनके द्वारा गौठान में 46 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर लिया गया है। कलेक्टर ने वर्मी कम्पोस्ट के भण्डारण के लिए उपयुक्त स्थल का चिन्हांकन के भी निर्देश दिए। कृषि विभाग के उप संचालक एनएल पाण्डेय ने बताया कि तैयार किए गए वर्मी कम्पोस्ट का गुणवत्ता परीक्षण कर लिया गया है। इस अवसर पर आदिम जाति सेवा सहकारी समिति साल्हे के परिवेक्षक, गौठान समिति के अध्यक्ष व सदस्य और बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे