नई दिल्ली, अगस्तावेस्टलैंड घोटाले में 3600 करोड़ रुपये के कथित रिश्वत घोटाले के आरोपियों की धर-पकड़ के लिए प्रवर्तन निदेशालय और केन्द्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। इस पूरे मामले से वाकिफ सूत्र ने यह बात बताई। रियल्टी फर्म एमजीएफ के एमडी श्रवण गुप्ता के परिसर में बुधवार को ईडी के छापे उसी घूसखोरी के पैसों का पता लगाने के लिए किया गया, जो एक निश्चित समय के दौरान कई कंपनियों में गया। इसी तरह सीबीआई जल्द ही पांच वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और ब्रिटेन के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल करने जा रही है, जिसके लिए उसने सरकार से पहले ही मुकदमा चलाने की स्वीकृति मांग ली है। दोनों ही एजेंसियों के अधिकारियों ने बताया कि अगले कुछ हफ्तों में बड़े डेवलपमेंट इस मामले में हो सकते हैं। आधिकारिक सूत्र ने गुप्ता का हवाला दिया जो एमार एमजीएफ में डायरेक्टर था और वह एक अन्य यूरोपीयन बिचौलिए गुइडो हाशके को कंपनी में साल 2009 में स्वतंत्र डायरेक्टर बनाने के लिए घेरे में है। हाशके को लेकर एजेंसियों की पहले से ही तलाश है और ऐसा कहा जा रहा है कि वह इटली में है। गप्ता से इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने साल 2016 में पूछताछ की थी। ईडी ने अगस्ता वेंस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर धन शोधन मामले में रियल एस्टेट कंपनी एम्मार एमजीएफ के पूर्व प्रबंध निदेशक श्रवण गुप्ता और कुछ अन्य के परिसरों की बुधवार को तलाशी ली।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली और गुडग़ांव सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में कुछ और जगहों पर नौ परिसरों में छापेमारी हुई है। उन्होंने बताया कि इस तलाशी अभियान का लक्ष्य 3600 करोड़ रुपये के वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदा मामले से जुड़े साक्ष्य जुटाना है। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई धन शोधन रोधी कानून (पीएमएलए) के तहत की जा रही है।