BY: प्रो चित्र भूषण श्रीवास्तव विदग्ध
जबलपुर (म. प्र.)
ॐ श्री चित्रगुप्त देवेश …जय हो श्री चित्रगुप्त स्वामी……………..
सुखदाता तुम , दुखत्राता तुम , प्रभु अन्तरयामी
ब्रम्ह देव के मानस सुत तुम , काया से उभरे
जग का लेखा जोखा रखते कलम दवात धरे
समदर्शी निष्पक्ष विचारक शांत न्यायकारी
विमल दृष्टि ,ज्ञानी , गुण सागर जग के हितकारि
ॐ श्री चित्रगुप्त देवेश… जय हो श्री चित्रगुप्त स्वामी……………
चिर अविनाशी , घट घट वासी जन जन के स्वामी
हर मन की इच्छा के ज्ञाता , वरदाता नामी
रखते प्रभु तुम क्षण क्षण हर जन जीवन का लेखा
छुपी न तुमसे कभी किसी की ,गुप्त चित्त रेखा
ॐ श्री चित्रगुप्त देवेश.. जय हो श्री चित्रगुप्त स्वामी……………
वीतराग तुम तुम्हें परम प्रिय ,सत्य न्याय शिक्षा
सदा शांति प्रिय सात्विक भक्तों की करते रक्षा
भक्ति भाव से मिल हम करते पूजन आराधन
करो देव स्वीकार , सफल हो तन मन धन साधन
ॐ श्री चित्रगुप्त देवेश … जय हो श्री चित्रगुप्त स्वामी……………
कृपा करो प्रभु हर कुल में नित सुख समृद्धि पले
हो सदभाव हरेक के मन में , प्रेमल ज्योति जले
दूर अँधेरा हो हर घर से , आश किरन छाये
दुःखो से तपता जीवन पा आशिष मुस्काये
ॐ श्री चित्रगुप्त देवेश … जय हो श्री चित्रगुप्त स्वामी…………….