BY: एजेंसी
नईदिल्ली: हिमाचल प्रदेश के कई पर्यटन स्थलों पर सर्दियों के मौसम का पहला हिमपात हुआ है। शिमला जिले के खड़ा पत्थर में 12 सेंमी और कुफरी में 7 सेंमी हिमपात हुआ है। मनाली में भी सीजन का पहला हिमपात हुआ है। बर्फबारी का लुत्फ उठाने पर्यटक हिमाचल पहुंच रहे हैं। तापमान में कमी आने से पहाड़ी क्षेत्रों के लोग कड़ाके की ठंड से ठिठुर रहे हैं।
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से रविवार शाम दिल्ली में इन सर्दियों की पहली बारिश हुई। यह बारिश हालांकि हल्की ही थी, लेकिन फिर भी सोमवार से इसका असर दिखाई देगा। ठंड में इजाफा होगा और न्यूनतम के साथ-साथ अधिकतम तापमान में भी गिरावट आएगी। वहीं, हरियाणा में भारी मात्रा में ओले गिरने से शिमला जैसा नजारा हो गया।स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से दिल्ली ही नहीं, एनसीआर सहित हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में भी रविवार को बहुत जगह बारिश हुई। कुछ जगहों पर ओले भी पड़े।
रविवार रात को शिमला सहित कई क्षेत्रों में डेढ़ माह बाद बारिश हुई है। प्रदेश में सोमवार को भी बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। मंगलवार से पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने का पूर्वानुुमान है। शिमला जिले के कुफरी, नारकंडा, खड़ापत्थर में सीजन की पहली बर्फबारी से नेशनल हाईवे 5 बंद हो गया है। बारिश और बर्फबारी से किसानों ने राहत की सांस ली है।
वहीं सड़कें बंद होने के कारण आवाजाही करने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई है। पर्यटन नगरी मनाली व सोलंगनाला में सर्दी का पहला हिमपात हुआ है। पर्यटन स्थल जलोड़ी में पहली बर्फबारी होने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। जलोड़ी दर्रा होकर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है। जबकि जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति भी ताजा हिमपात से लकदक हो गया है।
कुल्लू -लाहौल-स्पीति में करीब दर्जनों बस रूट प्रभावित हो गए हैं। मनाली-लेह मार्ग पूरी तरह से बंद होने के बाद औट-सैंज हाईवे 305 पर भी यातायात अवरूद्घ हो गया है। अटल टनल रोहतांग के साउथ पोर्टल धुंधी पर करीब एक फीट ताजा बर्फबारी हुई है। कोकसर, सिस्सू, टनल के नॉर्थ पोर्टल में 15 सेंमी बर्फबारी हुई है। रोहतांग दर्रा में करीब 50 सेंमी, बारालाचा में 60 सेंमी और जलोड़ी दर्रा में 15 सेंमी ताजा बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है।अब किसान फसलों की बिजाई सहित बगीचे में तोलिये के कार्य शुरू कर सकते हैं। हिमपात होने से समूचे क्षेत्र में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है।