BY: RAVI BHUTDA
बालोद: बालोद जिला के आदिवासी विकासखंड डौंडी में विगत 30 दिनों से 22 हाथियों का झुंड डेरा डाले हुए है गजराज के इस समूह द्वारा ग्राम जबकसा, लिमउडीह, सुरडोंगर, मरदेल, मंगलतराई, सिंघोंला बेलोदा एवं डौंडी विकासखंड के अन्य गांव में हाथियों द्वारा ग्रामीण किसानों का भारी मात्रा में नुकसान पहुंचाया गया है धान और गन्ना के फसल बरबाद हुए है और अनेक घर भी टोड़ा गया है वन विभाग के द्वारा उक्त परिस्थितियों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। अगर वन विभाग द्वारा गंभीरता से लिया जाता तो उन्हें अंबिकापुर, सूरजपुर, बंकूठपुर जैसे हाथियों से प्रभावित जिले से प्रभावित विशेषज्ञों से बुलाकर हाथियों की वापस की कार्यवाही की जा सकती थी। लेकिन वन विभाग द्वारा ऐसा कोई काम नहीं किया गया है। विगत एक माह से डौंडी विकासखंड के गरीब आदिवासी किसान अपने मुआवजे का इंतजार कर रहें है कितु वन विभाग द्वारा ऑनलाईन भुगतान करने के नाम पर आज पर्यन्त कोई मुआवजा नही दिया है। लगभग 150 किसान आज भी अपने मुआवजे के इंतज़ार में है इससे ग्रामीणों में वन विभाग को लेकर भारी आक्रोश है तथा मुवाजा कितनी राशि का मिलेगा इसकी जानकारी भी वन विभाग के द्वारा नहीं दी जा रही हैं, जो कि अत्यंत खेद का विषय है।