BY: मुज़्ज़म्मिल खान
छुरिया: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, एक सच्चे देशभक्त व गरीबों के मसीहा थे। 1857 के प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम के समय उन्होने जेल से भागकर अंग्रेजों से लोहा लिया था जिसमें वे गिरफ्तार कर लिए गए थे। 10 दिसम्बर 1858 को उन्हें रायपुर के “जय स्तम्भ चौक” पर फाँसी दे दी गयी।

ग्राम बिजेपार में शहीद वीरनारायण सिंह युवा मंडल व वीरांगना लक्ष्मी बाई युवती मंडल के तत्वाधान में “शहीद वीरनारायण सिंह ” को याद करते हुए उनके बलिदान दिवस मनाया और हमारे देश को आजाद कराने में इनके योगदान को उपयोगी बताया । जिस तरह से वीर नारायण सिंह ने अपना सम्पूर्ण जीवन दूसरों के लिए लगा दिया और हमेशा अन्याय के खिलाफ संघर्ष किया।
इस कार्यक्रम में प्राथमिक शाला के शिक्षक जी. आर. सहारे और फगुआ राम सिन्हा तथा ग्राम के पटेल देवेंद्र पाल, सदस्य धिराजी राम साहू,सांवत राम पाल तथा स्कूल के विद्यार्थी गण उपस्थित थे।
