BY: मुज़्ज़म्मिल खान
राजनांदगांव: कांग्रेंस की सरकार ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र पर सरकारी नौकरी करने वालों पर तत्काल कार्यवाही करने के आदेश दिए है। राजनांदगांव के शिक्षा विभाग में एक संगिन मामला सामने आया है और शिकायतकर्ता त्रिगुण सादानी ने बताया है कि दाखिल खारिज पंजी में काट-छांट कर जाति बदल कर इस दस्तावेज को आधार बनाकर जाति प्रमाण पत्र बनाया गया और फिर इस जाति प्रमाण पत्र के आधार पर विशेष भर्ती अभियान के अंतर्गत अनुसूचित जनजाति वर्ग में सरकारी नौकरी प्राप्त किया गया है जो कि गंभीर प्रवृति का अपराध है।
बृजेश गोन्नाडे सहायक ग्रेड-2 जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में कार्यरत है जिनके पिता लखन कूमार के शासकीय बालक प्रथामिक शाला नं.1, राजनांदगांव(वर्तमान पता-नगर पालिक निगम सर्वेस्वरदास उत्कृष्ट अंग्रेज़ी मिडियम स्कूल,जिला-राजनांदगांव)के डुप्लिकेट शाला स्थानांतरण प्रमाण पत्र दिनांक 01/07/1959 में लखन कूमार पिता श्री काशीनाथ, जाति हल्बा अंकित है तथा सर्वेश्वरदास नगरपालिक निगम उ.मा.शाला राजनांदगांव(वर्तमान पता-नगर पालिक निगम सर्वेस्वरदास उत्कृष्ट अंग्रेजी मिडियम स्कूल,जिला-राजनांदगांव) के डुप्लिकेट शाला स्थानांतरण प्रमाण पत्र जारी दिनांक 11/06/1970 में जाति कोष्टी अंकित है। उच्चस्तरीय प्रमाणिकरण छानबिन समिति, नवा रायपूर के विजिलेंस इंस्पेक्टर द्वारा जाति प्रमाण पत्र धारक बृजेश गोन्नाडे के पिता लखन कूमार से संबंधित मूल दाखिल -खारिज रजिस्टर वर्ष 1967 में दाखिला क्र. 4180 में जाति का काॅलम फटा हुआ पाये जाने का उल्लेख है। त्रिगुण सादानी ने कलेक्टर और डीईओ से लिखित शिकायत कर दाखिल-खारिज मूल पंजी में काट-छांट कर जाति बदलने वाले सभी दाषियों पर तत्काल एफआईआर दर्ज करने की मांग किया गया है।