BY: एजेंसी
नई दिल्ली: किसान कृषि कानून रद्द करवाने की मांग पर अड़े हुए हैं. इसके लिए किसानों ने आज आंदोलन और तेज कर दिया है। किसानों ने ऐलान के कहे अनुसार टोल प्लाजा फ्री कर दिए हैं। इसका सबसे ज्यादा असर पंजाब और हरियाणा में देखा जा रहा है। आज किसान दिल्ली-जयपुर और दिल्ली-आगरा हाईवे भी जाम करेंगे। किसानों का ये भी कहना है कि सरकार से बातचीत के दरवाजे खुले हैं, न्योता मिलने पर जरूर बात करेंगे।
फरीदाबाद पुलिस ने किसानों के टोल फ्री करने की चेतावनी को देखते हुए दिल्ली-हरियाणा के रास्तों में आने वाले 5 टोल प्लाजा पर 3500 पुलिसकर्मी तैनात किए हैं। बदरपुर, गुरुग्राम-फरीदाबाद, कुंडली-गाजियाबाद-पलवल, पाली क्रशर जोन और धौज टोल प्लाजा पर प्रदर्शनकारियों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। पुलिस का कहना है कि सभी का सम्मान करते हैं, लेकिन कानून व्यवस्था बिगड़ी तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
किसानों के मुद्दे पर NDA से अलग हुए शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि केंद्र सरकार किसानों की सुनने की बजाय उनकी आवाज दबाने की कोशिश कर रही है। जिनके लिए कानून बनाए हैं, वे ही इन्हें नहीं चाहते तो केंद्र क्यों अत्याचार कर रहा है? मैं प्रधानमंत्री से अपील करता हूं कि वे किसानों की सुनें।
आंदोलन में शामिल होने के लिए पंजाब के अलग-अलग जिलों के 50 हजार किसान शुक्रवार को दिल्ली के लिए रवाना हुए। ये आज शाम तक कुंडली बॉर्डर पहुंचेंगे। किसान मजदूर संघर्ष समिति से जुड़े ये लोग अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर, जालंधर, कपूरथला और मोगा जिलों के हैं।
किसान आंदोलन में देश विरोधी लोगों के घुसने के आरोपों पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि इंटेलीजेंस को उन्हें पकड़ना चाहिए। अगर बैन ऑर्गेनाइजेशंस के लोग हमारे बीच घूम रहे हैं तो उन्हें जेल में डालना चाहिए। हमें ऐसा कोई नहीं मिला, अगर दिखेगा तो बाहर निकाल देंगे।