BY: RAVI BHUTDA
बालोद: जिले के सेवा सहकारी समिति मेढ़की के धान खरीदी केंद्र में प्रति बोरी 200 से 500 ग्राम हर बोरी में अतिरिक्त धान लेने के मामला सामने आया है।तौलक के ठेकेदार ने सीधे तौर पर कलेक्टर के आदेश पर 200 ग्राम एक्सट्रा धान लेने की बाते कही हैं।भाजपा ने सभी धान खरीदी केंद्रों में निरीक्षण करने के लिए टीम बनाई हैं। जिसके अंतर्गत भाजपा की जांच टीम मंगलवार की सुबह 11 बजे मेढ़की धान खरीदी केंद्र में पहुचकर किसानों से चर्चा कर ही रहे थे, कि इस दौरान बघमरा के किसान मितेश साहू ने प्रति बोरे में 250 ग्राम अतिरिक्त धान तौलने की शिकायत भाजपा जांच टीम से की। जिसके बाद जांच टीम द्वारा तौलक को फिर से एक बोरे धान को तौलने को कहा गया। जिसमें 250 ग्राम धान अतिरिक्त पाया गया। जिसके बाद भाजपा की जांच टीम व किसानों ने जमकर हंगामा करते हुए तौलक व ठेकेदार से चर्चा किया गया। जिसमें तौलक के ठेकेदार ने 250 ग्राम अतिरिक्त धान लेने का आदेश कलेक्टर द्वारा कहने की बाते कही गई। जिस पर किसानों ने उक्त ठेकेदार से कलेक्टर के आदेश कॉपी दिखाने की मांग किया गया। लेकिन उक्त ठेकेदार ने आदेश कॉपी नही दिखाई। जिससे किसान ने नाराज होकर हंगामा खड़ा कर दिया।
मेढ़की धान खरीदी में 250 ग्राम धान अतिरिक्त खरीदने पर किसानों ने किया हंगामा:
मेढ़की के धान खरीदी केंद्र 250 ग्राम अतिरिक्त खरीदी कर किसानों के साथ ज्यादती की जा रही है। शासन के नियम के अनुसार एक बारदाने में 40 किलो धान भरा जा सकता है। उसमें बारदाने के वजन के बदले एक बारदाना रखा जाता है। इसके बाद भी समिति प्रबंधक 200 से 500 सौ ग्राम तक प्रति बोरी अतिरिक्त धान भर रहे हैं। इस दौरान भाजपा की जांच टीम व किसानों ने धान खरीदी में जमकर हंगामा किया। बघमरा के किसान मितेश साहू ने बताया कि मेरे पिता टीकाराम साहू के खाते के नाम से धान बेचने मेढ़की धान खरीदी में धान बेचने के लिए आया हु।तौलक द्वारा प्रति बोरे 40 किलो के हिसाब से धान को काटा में तौल रहे थे। इस दौरान 5 बोरे की तौलाई की गई थी। जिस पर मुझे अतिरिक्त धान तौलने शंका हुई तो भाजपा के जांच टीम को बताया था। जिसके बाद उक्त बोरे की फिर से काटा से तौलाई किया गया। जिसमें 250 से ज्यादा धान अतिरिक्त पाया गया।यशवंत साहू ने बताया कि मेढ़की धान खरीदी केंद्र में प्रबंधक द्वारा किसानों के साथ ज्यादती कर रही हैं। अपने जेब भरने के लिए किसानों के धान 250 ग्राम से ज्यादा धान अतिरिक्त ले रहे है। उन्होंने बताया कि तौलक के ठेकेदार ने कलेक्टर के आदेश पर 250 ग्राम धान लेने की बाते कही गई। जिस पर ठेकेदार से कलेक्टर के आदेश कॉपी दिखाने को कहा गया तो शांत हो गए।
अतिरिक्त धान पर ऐसे खेलते हैं खेल:
खरीदी के समय तौल में समिति प्रबंधक किसानों से प्रति बोरी 200 से 500 सौ ग्राम तक अतिरिक्त धान ले लेते हैं। धान का तौल होते ही सिलाई करना होता है। लेकिन समिति प्रबंधक तत्काल बोरी की सिलवाई नहीं कराते। एक्स्ट्रा धान को निकालने के बाद सिलाई करते हैं। फिर निकाले गए धान को उन किसानों के नाम से खपाया जाता है। जिनके पास कृषि जमीन तो होती है। साथ ही उनका भी पंजीयन भी होता है। लेकिन वे धान का उत्पादन नहीं करते हैं। ऐसे किसानों के नाम पर समिति प्रबंधक धान को समर्थन मूल्य पर बेच देते हैं और मिलने वाली राशि में से कुछ पैसे किसान को दे देते हैं। इसके अलावा धान बेचने के दौरान जमीन पर जो धान गिर जाता है। उसे किसान को उठाने नहीं देते और खुद साफ सफाई कर बेचते हैं।
“मेरी जानकारी में नही है, आप लोगो के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुआ है, जांच करा लेते हैं, ऐसा कोई आदेश कलेक्टर साहब के द्वारा नही आया हैं।”
सत्येंद्र वैदे, नोडल अधिकारी, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक, बालोद
“मेरे पास अभी तक किसानों की कोई शिकायत नही आई हैं, काटा में थोड़ा बहुत हो जाता हैं, हमारे यहां सही धान की तौलाई की जा रही हैं, ऐसा कलेक्टर साहब का कोई आदेश नही आया हैं।”
कमलेश सिन्हा, सहायक प्रबंधक, सेवा सहकारी समिति, ग्राम मेढ़की