BY: RAVI BHUTDA
बालोद: रविवार को दोपहर लगभग 2.30 बजेे फोन से थाना गुरूर पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम छेडिया में मृतिका पूर्णिमा बाई ठाकुर पति सेवाराम ठाकुर (40वर्ष) की अज्ञात व्यक्ति द्वारा हत्या कर दी गई है। गुरूर पुलिस द्वारा घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियो को अवगत करा कर तत्काल मौके पर पहुंच कर देखा गया तो हत्या की घटना की सूचना सही पाये जानें पर, मौके पर सूचक मनोहर लाल तारम निवासी छेडिया की मौखिक रिपोर्ट पर मर्ग इंटीमेशन एवं देहाती नालसी लेकर धारा 302 भादवि का अपराध दर्ज कर विवेचना मे लिया गया। मृतिका का शव का पंचनामा कार्यवाही कर पोस्टमार्टम कराया गया।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय जितेन्द्र सिंह मीणा के मार्गदर्शन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डीआर पोर्ते और उप पुलिस अधीक्षक दिनेश सिन्हा के निर्देषन में थाना प्रभारी गुरूर निरीक्षक अरूण नेताम तथा थाना गुरूर के स्टाॅफ द्वारा संदेहियों से पूछताछ किया गया। पुलिस द्वारा प्राप्त तथ्यों को बारिकी से तस्दीक जांच करने पर मृतिका की हत्या उसके सौतेला पुत्र शैलेन्द्र कुमार ठाकुर (24वर्ष) निवासी छेड़िया के द्वारा घटित करने की संभावना पर, घटना के संबंध में उससे पुछताछ पर पहले गुमराह किया। पुनः हिकमत अमली एवं तकनीकी साक्ष्य के आधार पर पूछताछ करने पर आरोपी शैलेन्द्र कुमार ठाकुर द्वारा अपनी सौतेली माॅ का हत्या करना स्वीकार किया। आरोपी ने बताया कि उसके पिता सेवाराम ठाकुर द्वारा जब सौतेली मां पूर्णिमा को पत्नी बना कर लाया है तब सौतेली मां के द्वारा उसे (आरोपी शैलेन्द्र ठाकुर) उसके पिताजी से अलग कर दिये थे। जिस कारण आरोपी शैलेन्द्र अपने पिता एवं सौतेली मां से अलग अपनी दादी के साथ रहता था। सौतेली मां द्वारा उसे अपने पिताजी से दूरी बनाकर रहने बोलकर आये दिन वाद-विवाद करती थी। जिस कारण शैलेन्द्र ठाकुर अपनी सौतेली मां से गुस्सा कर रंजिष रखता था। घटना 20 दिसंबर को आरोपी शैलेन्द्र ठाकुर अपनी शादी करने के लिए लड़की देखने ग्राम चिरचारी गया था। लड़की देखकर वापस घर आने पर मृतिका सौतेली मां फिर से वाद-विवाद कर ताना मारते गाली दी थी। जिस कारण आरोपी शैलेन्द्र गुस्से मे आकर कमरा अंदर से लोहे का सब्बल निकालकर आंगन मे बैठी सौतेली मां पूर्णिमा के सिर मे प्राण घातक हमला कर संघातिक चोंट पहुंचा कर हत्या कर दिया व शव को मृतिका के कमरे में ले जाकर रख कर अपने ऊपर संदेह न हो यह सोंचकर अपने जीजा के घर जाना बताकर ग्राम गुड़रा टोला कुसुमकसा चला गया था व देर शाम को वापस घर छेड़िया आया। आरोपी द्वारा घटना मे प्रयुक्त किया गया लोहा का सब्बल को जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल दाखिल किया गया। इस प्रकरण की विवेचना एवं आरोपी गिरफ्तारी में निरीक्षक अरूण नेताम, उपनिरीक्षक अरूण साहू, प्रआर बलराम कोसे, आरक्षक शेर अली, आरक्षक चंचल भगत की मुख्य भूमिका रही है।