BY: एजेंसी
प्रयागराज: यूपी के प्रयागराज में स्थित एशिया लेवल की यूरिया प्रोडक्शन कंपनी इफको में मंगलवार देर रात करीब 12 बजे एक बड़ी दुर्घटना हो गई. यहां यूरिया प्रोडक्शन यूनिट में अमोनिया गैस का रिसाव होने से दो अधिकारियों असिस्टेंट मैनेजर वीपी सिंह और डिप्टी मैनेजर अभयनंदन की मौत हो गई और करीब 2 दर्जन कर्मचारी इसके चलते बीमार हैं, जिन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. उनमें से 16 की हालत नाजुक बताई जा रही है. हादसे के वक्त प्लांट में करीब 100 कर्मचारी और कई अफसर काम कर रहे थे.
शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर बने इफको में यूरिया प्रोडक्शन की 2 यूनिट हैं. रोज की तरह ही मंगलवार रात भी यहां वैसे ही काम चल रहा था. रात 10 बजे वाली शिफ्ट शुरू हुई तो कई कर्मचारी शिफ्ट में तौनात थे. रात 12 बजे के करीब इनमें से एक यूनिट में अचानक अमोनिया गैस लीक होने लगी. ऐसे में प्लांट में अफरा-तफरी मच गई और ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी जान बचाने के लिए भागने लगे. कुछ तो भागने में सफल हुए, लेकिन करीब 2 दर्जन लोग गैस रिसाव की चपेट में आ गए और बीमार हो कर तड़पने लगे. कई लोग वहीं बेहोश हो गए. सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया और हादसे के बाद पुलिस और प्रशासन के भी बड़े अफसर मौके पर पहुंचे. बता दें, इफको के पीआरओ विश्वजीत ने हादसे और दो अफसरों की मौत की पुष्टि की है.
हादसे के बाद दोनों प्लांट को बंद किया गया. क्योंकि अगर प्लांट बंद न किया जाता तो हालात और भी खराब हो सकते थे. बताया जा रहा है कि यह बड़ा हादसा लापरवाही का ही नतीजा है. गौरतलब है कि पिछले 2 सालों में 5 बार लीकेज की घटनाएं हो चुकी हैं. बार-बार हो रही ऐसी घटनाओं की वजह से कंपनी की साख पर सवाल उठने लगे हैं. हादसे की वजह क्या है, यह अभी तक पता नहीं चला है. लोकिन प्लांट-2 के किसी पम्प से लीकेज की आशंका जताई जा रही है. इफको में हुए इस हादसे पर सीएम योगी ने दुख जताया है. साथ ही, अधिकारियों को तेजी से राहत कार्य चलाने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने घटना के कारणों की भी जांच के आदेश दिए हैं. हादसे में इफको प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं. अब प्रबंधन की तरफ से जांच कमेटी बैठाई गई है. इफको के पीआरओ विश्वजीत श्रीवास्तव के मुताबिक जांच में दोषी पाए जाने वाले कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई होगी. अगर पिछले हादसों से सबक लिया होता तो शायद आज ये हादसा न होता. हांलाकि, अधिकारियों के मुताबिक अमोनिया गैस रिसाव पर रात में ही काबू पा लिया गया था.